![भारत तथा रुस के बीच विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग हेतु 16 समझौतों पर हस्ताक्षर किए गये |](admin/images/current__affairs9.jpg)
भारत तथा रुस के बीच विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग हेतु 16 समझौतों पर हस्ताक्षर किए गये |
2015-12-27 : हाल ही में भारत और रुस ने अपने सामरिक संबंधों को मजबूत करने और विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग का विस्तार करने हेतु 16 समझौतों पर हस्ताक्षर किए। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रूस यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए। भारत और रूस के बीच परमाणु ऊर्जा, हाइड्रोकार्बन, सौर ऊर्जा, रेलवे और वीजा क्षेत्रों में हस्ताक्षर किए गए।
प्रमुख समझौते इस प्रकार है :-
# दोनों देशों के नागरिकों और रजनयिक पासपोर्ट रखने वालों की आवाजाही के लिए कुछ श्रेणियों में नियम क़ायदों को सरल बनाया जाएगा।
# हैलिकॉप्टर इंजीनियरिंग के क्षेत्र में सहयोग।
# कस्टम मामलों पर सहयोग की योजना।
# रूसी रिएक्टरों का भारत में निर्माण किए जाने पर सहमति।
# रेलवे सेक्टर में तकनीकी सहयोग पर सहमति।
# भारत में सौर ऊर्जा प्लांट लगाने और ब्रॉडकास्टिंग के क्षेत्र में सहयोग पर एमओयू।
# रूस में तेल खनन को लेकर समझौता।
और इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यात्रा के दौरान भारत और रूस की कंपनियों के बीच तेल एवं गैस क्षेत्र में चार बड़े समझौतों पर हस्ताक्षर किये गये। इनमें ओएनजीसी विदेश लिमिटेड को रूस के दूसरे सबसे बड़े तेल क्षेत्र वंकोरनेफ्ट में 15 प्रतिशत हिस्सेदारी के अधिग्रहण का समझौता भी शामिल है। ओएनजीसी विदेश लिमिटेड और रूस की विशाल कंपनी रॉसनेफ्ट के साथ हुए समझौते के मुताबिक ओवीएल, 1.3 अरब डालर में साइबेरिया में वंकोरनेफ्ट तेल क्षेत्र में 15 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदेगी।