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राजस्थान सरकार ने “ऊंट संरक्षण व विकास नीति” लागू करने की घोषणा की
2022-03-04 : हाल ही में, राजस्थान राज्य सरकार ने “ऊंट संरक्षण व विकास नीति” लागू करने की घोषणा की है। इसका मुख्य उद्देश्य ऊँटों (Camel) की संख्या लगातार कम हो रही है इसके लिए प्रयास किया जाना है। बेहतर जानकारी के लिए बता दे की ऊंट राजस्थान का राज्य पशु है और थार रेगिस्तान वाले राजस्थान को ऊंट का घर भी कहा जाता है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार राज्य में अब दो लाख से भी कम ऊंट बचे हैं जबकि पूरे देश की बात की जाए तो 2012 से 2019 के बीच ऊंटों की संख्या लगभग डेढ़ लाख घटकर 2।52 लाख रह गई है, जो की एक चिंता का विषय बना हुआ है।
राज्य सरकार ने सालाना बजट 2022-23 में राज्य में "ऊंट संरक्षण व विकास नीति लागू" करने का प्रस्ताव किया है। सरकार के अनुसार राज्य पशु ऊंट के पालन, संरक्षण तथा समग्र विकास के लिए इस नीति के तहत अगले साल 10 करोड़ रुपये का प्रावधान किया जाएगा।
About Camel In Hindi :
# ऊंट बहुत दिनों तक बिना पानी और भोजन के रह सकता है।
# ऊंट को रेगिस्तान का जहाज भी कहा जाता है।
# ये लम्बे समय तक रेतीले इलाकों में चल सकते हैं।
# ऊंट गर्म और सूखे इलाकों में रहना पसंद करते हैं।
# ऊंट का जीवनकाल 40-50 साल का होता है।
# यह एक दिन में 36 लिटर पानी पीता है।
# ऊँट बोझा ढोने में, सवारी और खेती करने के काम में भी आता है।
# इसे युद्ध के मैदानों में भी उपयोग किया जाता है।
# ऊंट के बालों से ओवर कोट, रस्सी, ऊन, थैली आदि बनाए जाते हैं।