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सारिका के पूर्व संपादक और कथाकार

सारिका के पूर्व संपादक और कथाकार "अवध नारायण मुद्गल" का निधन हुआ |


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0000-00-00 : हिंदी की पत्रिका सारिका के पूर्व संपादक एवं सातवें दशक के कथाकार अवध नारायण मुद्गल का नई दिल्ली में 15 अप्रैल 2015 को निधन हो गया | वह 82 वर्ष के थे | उनके परिवार में उनकी लेखिका पत्नी चित्रा मुद्गल के अलावा एक पुत्र भी है | अवध नारायण मुद्गल से संबंधित मुख्य तथ्य : अवध नारायण मुद्गल का जन्म उत्तर प्रदेश के आगरा के पास बाह गांव में 28 फरवरी 1933 को हुआ एवं अवध नारायण मुद्गल ने सातवें दशक मे अपनी कहानियों को लेकर चर्चित हुए थे | उनकी "कवंध" तथा एक "फलगिं का सफरनामा" उनकी चर्चित पुस्तकें थी | मुद्गल 10 वर्ष तक सारिका के संपादक रहे | इसके अलावा उन्होंने वामा और पराग का भी संपादन किया था | अवध नारायण की रचनाओं का समग्र प्रकाशित हुआ था, जिसका संपादन हिंदी के चर्चित कथाकार आलोचक महेश दर्पण ने किया था | अवध नारायण मुद्गल ने आगरा विश्वविद्यालय से एमए किया | तथा वह हिंदी के लेखक अमृत लाल नागर और यशपाल के साथ लखनऊ में थे इसके अलावा वह लेखक कमलेश्वर के भी सहयोगी थे |

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